सीवान, फरवरी 25 -- बोले सीवान : शहर में मोचियों को आधुनिक प्रशिक्षण और स्थायी दुकान की दरकार मोचियों का जीवन संघर्ष और चुनौतियों से भरा होता है। ये लोग समाज के उस तबके का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिनका काम हर व्यक्ति की जरूरत को पूरा करता है, लेकिन उनका योगदान अक्सर अनदेखा रह जाता है। शहरों और कस्बों में सड़क किनारे, पेड़ों की छांव में या छोटी गुमटियों के पास बैठकर जूते-चप्पलों की मरम्मत करने वाले ये कारीगर अपने जीवन को न केवल अपने परिवार के लिए चलाते हैं, बल्कि समाज को भी एक बड़ी सेवा प्रदान करते हैं। उनके काम की अहमियत तब समझ में आती है, जब अचानक चलते-फिरते हमारे जूते या चप्पल टूट जाते हैं। एक नया जूता या चप्पल खरीदने के बजाय हमें उनकी सेवाओं की जरूरत पड़ती है। लेकिन क्या हमने कभी उनके जीवन की कठिनाइयों और संघर्षों पर ध्यान दिया है। शहर म...