सीतापुर, मई 26 -- सीतापुर। शहर के पार्क केवल घूमने-फिरने की जगह नहीं, बल्कि वे हमारे शहरी जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। वे ताजी हवा, मानसिक शांति और सामाजिक मेलजोल का केंद्र होते हैं। इन पार्कों की बदहाली न केवल शहर की सुंदरता को कम करती है, बल्कि नागरिकों के स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती है। शहर के मोहल्लों के बीच स्थित कई पार्क अपनी बदहाली की कहानी खुद बयां कर रहे है। आज हालत ये हैं कि समुचित रखरखाव के अभाव में पहचान के लिए संघर्ष कर रहे हैं। इन पार्कों से हरियाली पूरी तरह से गायब है। सिविल लाइन और प्रेम नगर जैसे पॉश इलाकों में स्थित पार्कों की हालत बेहद खराब है। इन पार्कों में घास कहीं-कहीं ही दिखती है और जो है भी, वह झाड़ियों का रूप ले चुकी है। बच्चों के झूले टूटे पड़े हैं, फिसलपट्टियां जंग खा चुकी हैं और...