सीतापुर, जून 4 -- सीतापुर। मौजूदा समय में जिले में वन क्षेत्र की स्थिति संतोषजनक है। यह पर्यावरणविदों और नागरिकों के लिए एक राहत की बात है। लेकिन शहर के बीच से निकलने वाली सरायन नदी संरक्षण और देखरेख के अभाव में अपना स्वरुप खोती जा रही है। आसपास के मोहल्लों से निकलने वाला गंदा पानी भी नालों के जरिए इस नदी में गिराया जा रहा है। सरायन की इस दुर्दशा को लेकर जिले के लोग चिंतित हैं। उनको उम्मीद है कि सरायन का पुराना स्वरुप एक बार फिर से वापस आएगा। हालांकि बीते कई महीनों से जिला प्रशासन सरायन को उसका पुराना स्वरुप वापस लौटाने की कवायद में जुटा है। वहीं दूसरी ओर जिले की अलग अलग ग्राम पंचायतों में बनवाए गई अमृत वाटिका में कुछ की स्थिति तो बेहतर है, लेकिन कुछ अमृत वाटिकाओं में धूल उड़ रही है। इसके अलावा जिले के वन क्षेत्र का विस्तार और विविधता यह ...
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