सीतापुर, जुलाई 6 -- सीतापुर। जिले में सिंचाई व्यवस्था की रीढ़ कहे जाने वाले नलकूप ऑपरेटरों की भारी कमी और सुविधाओं के अभाव के चलते खुद ही बदहाली का शिकार हैं। यह स्थिति किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जटिल है। जिले में सिंचाई के लिए स्थापित नलकूप व्यवस्था को दो भागों नलकूप खंड प्रथम और नलकूप खंड द्वितीय में बांटा गया है। इन दोनों खंडों में कुल मिलाकर एक हजार से अधिक नलकूप हैं जो जिले के किसानों के लिए जीवन रेखा समान हैं। हालांकि, इन नलकूपों के संचालन की जिम्मेदारी संभालने वाले आपरेटरों की संख्या एक चौथाई से भी कम है। जो सरकार के किसानों को इन नलकूपों के माध्यम से बेहतर सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने की कोशिशों पर सवाल खड़े कर रहा है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने नलकूपों के संचालन में आपरेटरों को आने वाली परेशानियों को लेक...