सीतापुर, अप्रैल 27 -- सीतापुर। स्कूलों में नौनिहालों को बेहतर शिक्षा देने में पुरूष शिक्षकों की अपेक्षा महिला शिक्षकों का अधिक योगदान है। सही मायनों में महिला शिक्षकों पर पुरुषों की तुलना में अधिक कार्यभार होता है। विद्यालय के शैक्षणिक कार्यों के साथ-साथ उन्हें घर-परिवार की जिम्मेदारियां भी निभानी पड़ती हैं। बच्चों की देखभाल, घर के कामकाज और परिवार के अन्य सदस्यों की आवश्यकताओं को पूरा करते हुए उनके पास अपने लिए बहुत कम समय बचता है। यह दोहरा बोझ उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। इसके अलावा कार्यस्थल पर भी महिला शिक्षकों को कई परेशानियों का सामना करना पडता है। महिला शिक्षकों ने बताया कि रोड साइड के स्कूलों को छोड़कर महिला शिक्षकों की तैनाती कुछ ऐसे स्कूलों में है जहां आने जाने के पर्याप्त साधन नहीं हैं। इसके अल...
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