सीतापुर, जून 29 -- जिले में एक जिले को दूसरे जिले या तहसीलों को जोड़ने वाली अदर डिस्ट्रिक रोड (ओडीआर) की बात करें तो अधिकतर में शाम होते ही अंधेरा पसर जाता है। अगर हम खैराबाद से मछरेहटा होते हुए नैमिष, सीतापुर से लहरपुर, महोली से हरगांव, मिश्रिख से सिधौली, महोली से पिसावां, लहरपुर से बिसवां, सीतापुर से मानपुर होते हुए बिसवां, पिसावां से कुतुबनगर होते हुए मिश्रिख, लहरपुर से भदफर, तंबौर, हरगांव और लखीमपुर समेत कई ओडीआर में सूरज की रोशनी ढलते ही अंधेरा पसर जाता है। यह अंधेरा हादसों को दावत भी देता है। स्थानीय लोग बताते हैं कि इन अंधेरे रास्तों में दो पहिया वाहन चालक खासकर साइकिल सवार हादसों को शिकार करते हैं। इसके अलावा सड़क किनारे मिट्टी में उतरना भी हादसों का एक कारण है। लोगों का कहना है कि इन रास्तों में सड़क तो बेहतर हैं लेकिन रोशनी का न...
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