सीतापुर, सितम्बर 20 -- नवरात्र के साथ ही त्योहारों का मौसम शुरू हो जाएगा। शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों का माहौल उत्सवी रंगों में डूबने लगा है। घर-घर में देवी मां के जयकारे गूंजने के साथ ही बाजारों में भी रौनक बढ़ने लगी है। शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पूजा-पंडालों की स्थापना का काम चल रहा है। उत्साह और उल्लास के बीच एक ऐसा वर्ग है जिसकी मेहनत त्योहारों की शोभा में चार चांद लगाती है। वह है पूजा पंडालों व हमारे घरों में विराजमान दुर्गा मां व गणेश लक्ष्मी की प्रतिमाएं। इन प्रतिमाओं को बेहतरीन कारीगरी से गढ़ने से लेकर उन्हें खूबसूरत रंगों से सजाने का काम करते हैं मूर्तिकार। मगर मूर्तियों में जान डालने वाले इन कारीगरों को वह सम्मान और सहूलियत नहीं मिलती जिसकी वे हकदार हैं। मूर्तिकार कई समस्याओं का सामना करते हैं। सिर्फ चार माह यह मूर्तियां ...