सीतापुर, सितम्बर 16 -- बोले सीतापुर : पुराने ढर्रे पर पढ़ाई, जिम्मेदारों को बदलाव की सुध नहीं आई कभी जिले के उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण स्थान रखने वाले शहर का हिंदू कन्या महाविद्यालय आज प्रोफेशनल कोर्सों की कमी से जूझ रहा है। सन 1961 में कसमंडा रियासत के महाराज बहादुर सूरज बख्श सिंह द्वारा स्थापित यह संस्थान, जिसकी शुरुआत एक इंटर कॉलेज के रूप में हुई थी। यह एक समय जिले की छात्राओं के लिए उच्च शिक्षा की पहली पसंद था लेकिन उक्त महाविद्यालय ने आधुनिकता के इस दौर में अपने आप को नहीं बदला। पुराने ढर्रे पर चली आ रही व्यवस्थाओं के कारण छात्राओं का इस कॉलेज से मोहभंग हो चुका है। प्रोफेशनल कोर्स तो दूर उक्त कालेज की हालत यह है कि आज के समय में भी उक्त कॉलेज में विज्ञान वर्ग के शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। जिसके कारण आज स्थिति यह है कि...
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