सीतापुर, सितम्बर 27 -- त्योहारों का मौसम शुरू होते ही बाजारों में रौनक लौट आई है, आने वाले दिनों में बाजारों में और अधिक भीड़ बढ़ेगी। लेकिन छुट्टा जानवरों और बंदरों का आतंक लोगों की सुरक्षा के लिए एक बड़ा खतरा बन गया है। इस समस्या पर लंबे समय से चर्चा हो रही है, लेकिन इसका कोई स्थायी समाधान नहीं निकल पा रहा है, जिससे लोग और विशेष रूप से बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग लगातार भय में जी रहे हैं। शहर से लेकर छोटे कस्बों तक हर जगह सड़कों पर आवारा पशुओं का झुंड देखा जा सकता है। ये जानवर न केवल सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनते हैं, बल्कि आपस में लड़कर या सीधे हमला करके लोगों को घायल भी कर देते हैं। सबसे ज्यादा समस्या शहर की फल और सब्जी मंडियों में है, जहां सैकड़ों की संख्या में छुट्टा पशु डेरा जमाए रहते हैं। इन पशुओं के हमले में कई लोग घायल हो चुके हैं। ...