सीतापुर, जून 19 -- आमजन को इलाज देने के लिए सरकार द्वारा बनवाए गए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) की हालत किसी बीमार व्यक्ति से कम नहीं है। कुछ पीएचसी तो बेहतर स्थिति में मरीजों को इलाज दे रहे हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के कुछ पीएचसी को यदि खुद बीमार कहा जाए तो कोई गुरेज नहीं है। किसी में डॉक्टर की तैनाती नहीं है तो किसी में डॉक्टर के अलावा अन्य पैरामेडिकल स्टाफ की कमी है। कहीं वैक्सीन की कमी तो कहीं मरहम पट्टी तक नहीं है। तो किसी में समय से डॉक्टर नहीं पहुंच रहे हैं। किसी किसी में वैक्सीन लगवाने में कुछ ऐसी शर्तों को लागू कर दिया गया है कि रैबीज का इंजेक्शन तक लगवा पाना मुश्किल है। कहीं पांच के कम लोग होने पर रैबीज का इंजेक्शन नहीं लग रहा है तो कहीं लगाने वालों की कमी है। ऐसे में हर स्थिति में जनता तो इलाज के लिए दूसरे स्थानों ...