सीतापुर, नवम्बर 13 -- अवैध नर्सिंग होम और पैथालॉजी सेंटरों का जाल जिले में फैलता ही जा रही है। खासतौर से तहसीलों से लेकर छोटे कस्बों और गांवों तक इन अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों पर प्रशासनिक कार्रवाई भी बेअसर साबित हो रही हैं। बिना पंजीकरण के चल रहे इन नर्सिंग होम में न तो डॉक्टर रहते हैं और न ही प्रशिक्षित कर्मचारी। मरीजों को भर्ती करके उनसे मोटी धनराशि लेकर उत्पीड़न ही ऐसे नर्सिंग होम में हो रहा है। इतना ही नहीं अक्सर गलत इलाज के कारण मरीजों की जान भी चली जाती है। स्थानीय लोगों का कहना है कि घटनाएं होने पर सिर्फ कार्रवाई के नाम पर औपचारिकताएं निभाई जा रही हैं। चंद दिनों तक सील होने के बाद इन नर्सिंग होम के ताले फिर खुल जाते हैं। लहरपुर, बिसवां, महमूदाबाद, मिश्रिख और महोली सहित जिले की सभी तहसीलों और छोटे कस्बे में अवैध नर्सिंग होम...