सीतापुर, अक्टूबर 27 -- जिले में विकास और सुशासन के दावों के बीच, एक ऐसी तस्वीर भी है जो जमीनी हकीकत को बयां करती है, वह है जिले के एक दर्जन से अधिक बदहाल संपर्क मार्गों की, जिसने हजारों ग्रामीणों का जीवन दूभर कर दिया है। ये वे सड़कें हैं जो तहसील मुख्यालयों को गांवों की जीवनरेखा से जोड़ती हैं, मगर आज खुद जर्जर स्थिति में हैं। इन सड़कों की जर्जर हालत ने ग्रामीणों के लिए एक ऐसी दैनिक दुश्वारी खड़ी कर दी है, जहां हर यात्रा एक जोखिम, हर बारिश एक आपदा और हर जनप्रतिनिधि का आश्वासन एक कोरा झूठ साबित हो रहा है। एक दर्जन से अधिक ऐसे प्रमुख मार्ग हैं जो पूरी तरह जर्जर हो चुके हैं। गड्ढों और उखड़ी हुई सड़कों ने न केवल आवागमन को मुश्किल बना दिया है, बल्कि ग्रामीणों के लिए रोजमर्रा की परेशानियों का कारण भी बन गए हैं। विभागीय लापरवाही और जनप्रतिनिधियों...