सासाराम, फरवरी 23 -- पशुचारे पर मिले सब्सिडी तो आर्थिक रूप से समृद्ध होंगे पशुपालक पशुपालकों को दूध बेचने से होने वाली आय उनकी आजीविका का मुख्य जरिया होती है। लेकिन इन दिनों ग्वाले कई परेशानियों से जूझ रहे हैं। बढ़ती महंगाई के बीच पशुचारा की कीमतों में वृद्धि के कारण मुनाफा कम हो रहा है। वहीं अत्याधिक ठंड व गर्मी के मौसम में उत्पादन में कमी के कारण भी उन्हें आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है। साथ ही हरे चारे की कमी को लेकर भी वे परेशान रहते हैं। वहीं दूध उत्पादन को लेकर बैंकों द्वारा लोन नहीं मिलना भी उनकी परेशानियों में शामिल है। ऐसे में ग्वाले पशुचारे पर सब्सिडी की मांग कर रहे हैं। सुबह-सुबह साइकिल की ट्रिन-ट्रिन की आवाज से दूधवाले की आने का जानकारी हो जाती है। साइकिल पर बड़े-बड़े बर्तनों को देखकर भी इनको आसानी से पहचाना जा सकता है। गर्मी की सुब...