सहारनपुर, दिसम्बर 30 -- महानगर में रोजाना करीब 5000 दिहाड़ी मजदूर काम की तलाश में विभिन्न मंडियों, चौराहों और निर्माण स्थलों पर जुटते हैं। सामान्य दिनों में इन मजदूरों को औसतन 600 रुपये दिहाड़ी मिल जाती थी, लेकिन सर्दी बढ़ते ही काम की उपलब्धता में भारी गिरावट दर्ज की गई है। वर्तमान स्थिति यह है कि केवल 20 से 30 प्रतिशत मजदूरों को ही काम मिल पा रहा है, जबकि 70 से 80 प्रतिशत मजदूर दिनभर इंतजार करने के बाद खाली हाथ लौटने को मजबूर हैं। कड़ाके की सर्दी ने जहां आम जनजीवन को प्रभावित किया है, वहीं इसका सबसे गहरा असर दिहाड़ी मजदूरों पर पड़ा है। महानगरों की ओर रोज़गार की तलाश में आने वाले हजारों मजदूर आज काम के अभाव में भटकने को मजबूर हैं। हालात इतने गंभीर हो चुके हैं कि 70 से 80 प्रतिशत दिहाड़ी मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है, जिससे उनके सामने ...
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