सहारनपुर, मार्च 25 -- सहारनपुर में ई-रिक्शा चालक समुदाय एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, जो शहर की यातायात व्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहा है। हालांकि, यह समुदाय कई समस्याओं का सामना कर रहा है, जो उनके जीवन और उनके पेशेवर कार्यों में व्यवधान डाल रही हैं। पिछले कुछ वर्षों में, सहारनपुर और महानगरों में ई-रिक्शा की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है। जनपद में लगभग 12,000 ई-रिक्शा हैं, जबकि महानगर में इनकी संख्या 8,000 से अधिक है। इसके बावजूद, ई-रिक्शा चालकों के सामने कई समस्याएँ खड़ी हैं, जिनमें से प्रमुख समस्याएँ चालान, रूट निर्धारण, रजिस्ट्रेशन, और अन्य प्रशासनिक अड़चनें हैं। ई-रिक्शा चालकों के लिए सबसे बड़ी समस्या चालान है। पिछले एक साल में 8500 चालान किए गए थे, जबकि इस वर्ष अब तक 3724 चालान हो चुके हैं। चालकों का मानना है कि चालान की राशि ...