सहारनपुर, मई 26 -- बिजली विभाग किसी भी राज्य के बुनियादी ढांचे की रीढ़ है, लेकिन इस व्यवस्था को संचालित करने वाले कर्मचारी खुद कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। सहारनपुर जनपद में बिजली विभाग से जुड़े करीब 1650 कर्मचारी कार्यरत हैं, जिनमें लगभग 1200 आउटसोर्स (ठेका) कर्मचारी और 450 स्थायी कर्मचारी शामिल हैं। बिजली विभाग के निजीकरण की प्रक्रिया ने कर्मचारियों में असुरक्षा की भावना को गहरा कर दिया है। कर्मचारियों का मानना है कि जैसे-जैसे निजी कंपनियों को विभाग की जिम्मेदारी दी जा रही है, वैसे-वैसे सेवा का मानवीय पहलू खत्म होता जा रहा है। निजी कंपनियां मुनाफे को प्राथमिकता देती हैं, जिससे कर्मचारी शोषण का शिकार होते हैं और उपभोक्ता भी प्रभावित होते हैं। बिजली कर्मचारियों की स्थिति दर्शाती है कि एक ऐसा वर्ग, जो समाज की रोशनी बनाए रखने में दिन-रात जुट...
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