भागलपुर, मई 7 -- सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल अंतर्गत बनमा ईटहरी प्रखंड के महारस गांव स्थित मां कात्यायनी मंदिर आस्था का बड़ा केंद्र है। दुर्गा के छठे स्वरूप के रूप में पूजनीय मां कात्यायनी की इस पावन स्थली पर वर्षों से भक्तों का तांता लगता रहा है। नवरात्रि के दौरान यहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। लेकिन अफसोस की बात यह है कि यह धार्मिक स्थल वर्षों से उपेक्षा का शिकार है। सरकार और प्रशासन की अनदेखी ने इसे बदहाली की कगार पर ला खड़ा किया है। हिन्दुस्तान के साथ संवाद के दौरान स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर इस मंदिर को विकास हो जाए तो यहां हजारों लोगों को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे। 10 किलोमीटर दूर है सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल मुख्यालय से 12 साल पहले तत्कालीन एसडीओ ने विकास के लिए की थी पहल 12 महीने इस मंदिर में पूजा-अर्चना ...