भागलपुर, अगस्त 10 -- प्रस्कुति: तहरा/विजय झा सहरसा जिला के कहरा प्रखंड अंतर्गत चैनपुर गांव स्थित आदि काली स्थान और नीलकंठ कलिका मंदिर (नई काली स्थान) वर्षों से श्रद्धा और विश्वास के प्रमुख केंद्र हैं। मान्यता है कि मां आदि काली की सच्चे मन से पूजा करने वालों की हर मनोकामना पूर्ण होती है। दीपावली पर यहां तीन-चार दिन विशेष पूजा व मेला आयोजित होता है, जिसमें दूर-दराज से हजारों श्रद्धालु आते हैं। करीब दो शताब्दियों पुरानी यह पूजा परंपरा अब भव्य मंदिरों के रूप में विकसित हो चुकी है। यह स्थल न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत का भी गौरवपूर्ण उदाहरण प्रस्तुत करता है। सहरसा जिला के कहरा प्रखंड अंतर्गत चैनपुर गांव में स्थित आदि काली स्थान और नीलकंठ कलिका मंदिर (नयी काली स्थान) आज भी जनआस्था के जीवंत प्रतीक बने हु...
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