भागलपुर, नवम्बर 28 -- - प्रस्तुति : धर्मेंद्र कुमार फरकिया क्षेत्र के किसानों पर अक्तूबर के अंत में आए चक्रवाती तूफान ने कहर बरपाया। सलखुआ और सिमरी बख्तियारपुर प्रखंडों के अधिकांश पंचायतों में पकी धान की फसलें तेज हवाओं और बारिश से पूरी तरह नष्ट हो गईं। खेतों में चार से छह फीट तक पानी भरा है, जिससे कटनी ठप है और मजदूर खेतों में नहीं उतर पा रहे। किसान सिर्फ सीस काटकर कुछ बचाने की कोशिश कर रहे हैं। फसल डूबने से रबी बुवाई भी प्रभावित होगी क्योंकि खेतों से पानी निकलने में समय लगेगा। कर्ज लेकर खेती करने वाले किसान अब भुगतान को लेकर चिंतित हैं। बढ़ती लागत और राहत में बिचौलियों की भूमिका ने परेशानी बढ़ा दी है। किसानों की मांग है कि फसल क्षति का वैज्ञानिक आकलन कर त्वरित मुआवजा दिया जाए और जल निकासी की स्थायी व्यवस्था बने। अक्तूबर के अंतिम सप्ताह ...
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