भागलपुर, मई 21 -- नगर परिषद सिमरी बख्तियारपुर का मुख्य बाजार, जो कभी कोसी अंचल का व्यापारिक केंद्र हुआ करता था, आज बदहाली की मार झेल रहा है। इतिहास के पन्नों में दर्ज यह बाजार आज सुविधाओं के अभाव से ग्रस्त है। यह बाजार अंग्रेजी हुकूमत के दौर में विकसित हुआ। वर्ष 1889 में जब यहां रेलवे स्टेशन की स्थापना हुई, तब से ही बाजार ने आकार लेना शुरू किया। शुरुआत में यह इलाका सुनसान और जंगल से घिरा हुआ था। परंतु "हटिया गाछी" के नाम से प्रसिद्ध क्षेत्र में साप्ताहिक हाट लगने लगी और धीरे-धीरे स्थायी बाजार विकसित हो गया। हिन्दुस्तान के साथ संवाद में बाजारवासियों ने अपनी समस्याएं साझा कीं। 18 सौ 89 ईस्वी से ही सिमरी बख्तियारपुर में चल रहा मुख्य बाजार 40 वर्षों से यहां दुकान चलाने वालों ने भी कहा अभी तक नहीं सुधरी व्यवस्था 02 सौ से अधिक दुकान व प्रतिष्ठा...