भागलपुर, मई 17 -- मोकना बाजार के व्यवसायियों की परेशानी सिमरी बख्तियारपुर सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर अनुमंडल में स्थित पुरानी बाजार, जिसे कभी मोकना बाजार कहा जाता था, इतिहास के पन्नों में एक स्वर्णिम अध्याय रहा है। यह बाजार न केवल व्यापार का केंद्र रहा, बल्कि सांस्कृतिक और सामाजिक जीवन का गढ़ भी था। समय के साथ यह बाजार उजड़ता गया, परंतु इसकी आत्मा आज भी जीवित है। स्थानीय लोग पुनः इसके पुनरुद्धार की मांग कर रहे हैं। इसी मोकना बाजार में अनुमंडल का सबसे पहला प्राथमिक विद्यालय मोकना बाजार आज भी मौजूद हैं। जहां इलाके के पूर्व सांसद एवं पूर्व विधायक भी पठन पाठन का कार्य कर चुके हैं। सिमरी बख्तियारपुर का गुदरी हाट भी इसी पूर्व में इसी पुरानी बाजार में लगता था। यहां के बुजुर्गों का कहना है कि हम सभी कुछ को छोड़कर हमारे पूर्वज 1857 में बिहार ...