भागलपुर, जून 15 -- जिले के विभिन्न जगहों के रहने वाले व्यक्ति फूलों की खेती,सब्जी की खेती,मशरूम की खेती,अचार,पापड़, मसाले, बेकरी उत्पादन सहित अन्य प्रकार का प्रशिक्षण लेकर प्रशिक्षणार्थियों को सरकारी लाभ पाने के लिए दर दर की ठोकरें खानी पड़ती है।फिर उन्हें लाभ नहीं मिल पाता है।उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण लेने के बाद भी व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए बैंक ऋण एवं सरकारी सहायता नहीं मिल पाता है।ऐसे में हमलोग कई सरकारी दफ्तरों से लेकर बैंक का चक्कर लगा चुके हैं।लेकिन इसका कोई फायदा नहीं मिल रहा है।ऐसे में ज्ञान रहने के बाद भी मजबूरी बस आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।उन्होंने हिन्दुस्तान संवाद कार्यक्रम में अपनी समस्या बताया है। सरकारी एवं गैर सरकारी प्रशिक्षण संस्थानों से अचार पापड़ मसाला बेकरी फूलों की खेती सब्जी की खेती मशरूम की खेती सहित विभिन्न प्रकार क...