लखीमपुरखीरी, मार्च 15 -- महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत मजदूरों को काम तो 90 दिन का मिल रहा है। लेकिन इनका समय से भुगतान न होने के कारण यह लोग इस योजना से किनारा कर रहें हैं। वहीं एक कारण कम मजदूरी भी है। मजदूरों का कहना है कि उनको समय से मजदूरी नहीं मिल पा रही है। यही नहीं, मनरेगा में साल भर रोजगार नहीं मिल पाता। ऐसे में उनको दूसरी जगह भी काम करना पड़ता है। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान से मनरेगा मजदूरों ने अपनी समस्याएं बताई। जिले के ग्रामीण इलाकों में कई लोग पहले ही काम की तलाश में शहर छोड़ चुके हैं। अब ऐसी स्थिति है कि जो लोग गांवों पर रहकर मनरेगा के तहत काम कर रहे हैं। वे सड़क की पटाई से लेकर तमाम काम कर रहे हैं, जिससे गांव की सूरत बदल सके। पर मनरेगा में काम कर रहे इन मजदूरों के सामने तमाम समस्याएं हैं। उन्ह...