लखनऊ, मई 23 -- ऑटो-टेंपों में महिला यात्रियों के साथ आए दिन हो रहीं छेड़खानी, दुर्व्यवहार की घटनाओं ने सुरक्षित सफर पर सवाल खड़े किए हैं। मार्च में आलमबाग से ऑटो में सवार महिला की रेप के बाद हत्या कर दी गई। छेड़खानी की तीन घटनाओं के बाद पुलिस सक्रिय हुई। आटो-टेंपो चालकों के सत्यापन की शुरुआत हुई। कुछ दिनों तक काम हुआ लेकिन फिर सब ठंडे बस्ते में चला गया। अभी 8 मई को ठाकुरगंज में और 20 को ढेढ़ी पुलिया इलाके में छेड़खानी से सहमी महिलाओं ने चलती ऑटो-ईरिक्शा से छलांग लगा दी। ऑटो चालक के वेश में घूम रहे हैवानों पर अंकुश लगाने के अभी तक के प्रयास नाकाफी साबित हुए हैं। बोले लखनऊ अभियान के तहत हिन्दुस्तान टीम ने अलग-अलग स्थानों पर महिला समूहों के साथ संवाद किया। महिलाओं ने घटनाओं पर न केवल चिंता जताई बल्कि अंकुश लगाने के उपाय भी सुझाए। ज्यादातर मह...