लखनऊ, दिसम्बर 22 -- फैजुल्लागंज स्थित कृष्णलोक कॉलोनी आज विकास की मुख्यधारा से कोसों दूर, बदहाली और असुरक्षा का पर्याय बन गई है। मिल्लत नगर ढाल से उतरते ही सिटी आइडिया अस्पताल के बगल से शुरू होने वाली यह करीब 30 साल पुरानी बस्ती बिजली विभाग की घोर लापरवाही की गवाही दे रही है। यहां कॉलोनी में प्रवेश करते ही स्वागत ऊंचे खंभों से नहीं, बल्कि बांस-बल्लियों के सहारे लटकते और झूलते जर्जर तारों से होता है। सुरक्षा के मानकों को ताक पर रखकर बिछाए गए ये तार घरों के छज्जों और रेलिंग को छू रहे हैं, जिससे हर वक्त किसी बड़ी अनहोनी या करंट लगने का डर बना रहता है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि वे इस 'मौत के जाल' से मुक्ति के लिए जूनियर इंजीनियर से लेकर अधिशासी अभियंता तक के चक्कर काट चुके हैं, लेकिन अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही। शिकायतों...