लखनऊ, अक्टूबर 14 -- राजधानी के जोन-6 के कन्हैया माधवपुर द्वितीय वार्ड का मोहल्ला अहिरन खेड़ा इस समय नगर निगम की उपेक्षा का जीवंत उदाहरण बन चुका है। यहां की टूटी-फूटी सड़कें, गड्ढों में तब्दील मुख्य मार्ग, बंद स्ट्रीट लाइटें और चारों ओर फैली गंदगी अब स्थानीय लोगों के लिए रोजमर्रा की परेशानी बन चुकी हैं। करीब 20,000 की आबादी वाला यह मोहल्ला वर्षों से जर्जर सड़कों और जलभराव की समस्या से जूझ रहा है। हालात इतने खराब हैं कि रोजाना दो से चार रिक्शे पलट जाते हैं, और बुजुर्ग-महिलाएं घायल हो जाती हैं। बारिश के दिनों में यह सड़क दलदल में तब्दील हो जाती है, जिससे स्कूली बच्चों तक का निकलना मुश्किल हो जाता है। अहिरन खेड़ा की मुख्य सड़क पर चलते समय ऐसा लगता है मानो सड़क नहीं बल्कि कोई जर्जर खाई हो। रविवार को जब हमारी टीम इलाके में पहुंची तो स्थानीय निव...