लखनऊ, अप्रैल 13 -- लखनऊ की सबसे बड़ी और पुरानी चौक सराफा मार्केट की तंग गलियों में छोटी-बड़ी करीब तीन हजार दुकानें है, लेकिन एक भी सार्वजनिक शौचालय नहीं है। मजबूरी में लोग लघुशंका के लिए गलियों के कोने और नुक्कड़ ढूंढते हैं। ऐसे में दिनभर दुर्गंध फैली रहती हैं। इससे 15 हजार कारोबारियों और 50 ग्राहकों का निकलना मुश्किल हो जाता है। हालांकि चौक कोतवाली के पास एक पब्लिक टॉयलेट बना है, लेकिन उसकी हालत भी काफी खराब है। ज्यादातर दुकानदार और ग्राहक वहां जाने से कतराते हैं। यही हाल आलमबाग बाजार का है। यहां आलमबाग चौराहे से लेकर अवध चौराहे तक सिर्फ एक पब्लिक टॉयलेट है। इससे करीब पांच हजार दुकानदार मजबूरी में नटखेड़ा, तालकटोरा, सिंगार नगर की गलियों, बिजली के ट्रांसफार्मर और खंभों के पीछे खड़े होकर लघुशंका करते हैं। बोले लखनऊ के तहत हिन्दुस्तान टीम न...