रुद्रपुर, अगस्त 1 -- नदी कभी किसी की दुश्मन नहीं होती, लेकिन जब उसका रास्ता रोका जाए तो वह खुद ही अपने लिए रास्ता बनाती है। रुद्रपुर की कल्याणी नदी इसका एक उदाहरण है। एक समय था जब कल्याणी का बहाव क्षेत्र बहुत ज्यादा था, लेकिन धीरे-धीरे लालच और लापरवाही ने उसकी राह रोक दी। नदी के किनारे पहले तिरपाल व टिन की झोपड़ियों से शुरू हुआ अतिक्रमण अब पक्के मकानों में बदल चुका है। नतीजा यह है कि बरसात में यही नदी उफन जाती है और उन्हीं घरों को नुकसान पहुंचाती है, जो कभी उसके रास्ते में बनाए गए थे। बरसात के दौरान कल्याणी का गंदा पानी कॉलोनियों और सड़कों तक पहुंच जाता है। मुखर्जी नगर, आवास विकास, जगतपुरा और कल्याणी व्यू के लोग हर साल इसी मुसीबत का सामना करते हैं। अब यहां के लोग चाहते हैं कि सड़कें ऊंची की जाएं और नदी के किनारे बाउंड्री बनाई जाए। कल्याणी...