रुद्रपुर, मई 1 -- एक मई को मजदूर दिवस पर मजदूरों ने एकजुट होकर अपनी एकता दिखाई, लेकिन उनकी बातों में बेबसी ज्यादा छलकती रही। मजदूरों का कहना है कि मजदूर दिवस रस्म अदायगी भर है। उनके साथ कंपनियों में हर स्तर पर अन्याय और शोषण होता है, लेकिन उनकी आवाज कहीं नहीं सुनी जाती है। कहा कि कहने को जिले में श्रम विभाग है, लेकिन बीते कई सालों से जिला श्रम आयुक्त का पद रिक्त चल रहा था। वर्तमान में जिला श्रम आयुक्त व सहायक श्रम आयुक्त की नियुक्ति हो चुकी है, लेकिन उनके मामलों में अब भी तेजी नहीं आई है। मजदूरों से 8 घंटे की जगह 12 घंटे तक काम कराया जा रहा है, जबकि समान कार्य करने के बाद भी उन्हें बेहद कम वेतन दिया जाता है। वहीं महिला श्रमिकों से रात्रि की शिफ्ट में काम कराया जा रहा है। मजदूर दिवस मना रहे मजदूर अब भी मजबूर हैं। कंपनियों में मजदूरों के अध...