रुद्रपुर, जून 16 -- रुद्रपुर के कुष्ठ रोगी आश्रम में रह रहे 22 परिवारों के 60 सदस्य आज भी बुनियादी सुविधाओं से कोसों दूर हैं। इनका दर्द छत से टपकते पानी व दीवारों की सीलन से शुरू होकर हर बरसात में घरों में घुसते नाले और सड़क के पानी तक पहुंचता है। यहां कुष्ठ रोगियों के लिए करीब 50 साल पहले मकान बनाए गए थे, लेकिन इनमें से ज्यादातर अब जर्जर हो गए हैं। कुष्ठ रोगियों ने बताया कि जब भी भारी वाहन सड़क से गुजरते हैं तो मकानों की दीवारें हिलने लगती हैं। सड़क से मकान काफी नीचे हैं। अगर सड़क का चौड़ीकरण हुआ तो मकान और नीचे हो जाएंगे। यहां सुरक्षा दीवार नहीं है, जिससे हर समय नशेड़ियों व चोरी का डर बना रहता है। मंदिर में भंडारे के लिए धर्मशाला के बाहर बैठने तक की जगह नहीं है। यहां स्नानघर हैं, लेकिन उससे दरवाजे नदारद हैं, जिससे महिलाओं को शर्मिंदगी क...