रामपुर, फरवरी 24 -- रेलवे के ट्रैकमैन यात्रियों के सुरक्षित और आरामदायक सफर के लिए अनवरत ड्यूटी कर रहे हैं। इसके बाद भी रेलवे में यह वर्ग सर्वाधिक उपेक्षित है। हर साल मालगाड़ियों और सवारी गाड़ियों की संख्या बढ़ रही है। इससे ट्रैकमैन का कार्य भी बढ़ रहा है, लेकिन इनके पास प्रोन्नति के कम मौके हैं। संरक्षा का सबसे बड़ा जिम्मा संभालने वाले ये रेलकर्मी कई असुविधाओं के बीच अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। आराम के लिए इनके पास गैंगहट तक की सुविधाएं नहीं हैं। इन्हें अफसोस है कि रेलवे के जिम्मेदारों को इनकी फिक्र नहीं है। ट्रैकमैनों ने हिन्दुस्तान के साथ अपनी समस्याएं साझा की हैं। रेलवे के ट्रैकमैनों की पैनी नजर पटरियों की मरम्मत और इनकी देखरेख पर रहती है, ताकि ट्रेनें सुरक्षित रफ्तार भर सके। ट्रेन में सुरक्षित सफर की सबसे बड़ी जिम्मेदारी ट्रैकमैन की होती...