रामपुर, फरवरी 17 -- रामपुर में हॉकी, फुटबॉल, बॉलीबाल, कबड्डी के राष्ट्रीय-अंतर्रष्ट्रीय स्तर पर कामयाबी का परचम लहराने वाले खिलाड़ियों की नर्सरी तैयार हो रही है। यहां के कई खिलाड़ियों ने देश का गौरव बढ़ाया है लेकिन, आज रामपुर की नई पीढ़ी संसाधन, माहौल और मैदान के लिए जद्दोजहद कर रही है। खेलों के प्रति उनका जुनून, जोश कहीं से कम नहीं है लेकिन, जब कोच और मैदान ही नहीं हैं तो उनका सपना कैसै पूरा हो। उन्होंने अपना दर्द बयां किया है। एक तरफ सरकार प्रदेश में खेलों को बढ़ावा देकर खिलाड़ियों से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक की उम्मीद करती है वहीं, दूसरी तरफ जिला मुख्यालय में नियमित खेल प्रशिक्षक और मैदान तक नहीं हैं। इसी कारण जिले के हजारों खिलाड़ी बिना कोच के खेल रहे हैं। ऐसे में उन्हें खेलों का तकनीकी ज्ञान नहीं मिल रहा है। इससे खेल प्रतिभाएं नह...