रामगढ़, अगस्त 2 -- पतरातू। आजादी के 75 साल बाद भी रामगढ़ जिले की हफुआ पंचायत का छोटकी चंडाल गांव एक अदद सड़क को तरस रहा है। मुख्य पथ से न जुड़ पाने के कारण गांव विकास की दौड़ में काफी पीछे छूट गया है। पंचायत की कई सड़कें पूरी तरह जर्जर हो चुकी हैं, जबकि कुछ टोले अब भी कीचड़ भरी पगडंडियों के भरोसे हैं। कुरबिज गांव की स्थिति भी कुछ अलग नहीं है। शिक्षा व्यवस्था भी बदहाल है। पंचायत में एक भी उच्च विद्यालय नहीं है। हिन्दुस्तान के बोले रामगढ़ अभियान में ग्रामीणों ने इन समस्याओं को उठाते हुए समाधान की गुहार लगाई। स्वतंत्रता सैनानी खैरा मांझी का पंचायत हफुआ आज भी विभिन्न समस्याओं से घिरा हुआ है। साथ ही विकास से कोसों दूर है। इसी पंचायत के ईचापीरी स्वतंत्रता सेनानी खैरा मांझी का गांव है। हफुआ पंचायत का छोटकी चंडाल गांव आज तक एक अदद सड़क की कमी से ...
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