कोडरमा, नवम्बर 2 -- रामगढ़। झारखंड के पर्वतीय अंचल में स्थित महामाया मायाटुंगरी मंदिर आस्था और श्रद्धा का अनोखा संगम है। समुद्र तल से करीब 1100 फीट की ऊंचाई पर बसा यह प्राचीन मंदिर सैकड़ों सालों से भक्तों की अटूट भक्ति का केंद्र बना हुआ है। मां महामाया के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को 367 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जो उनके विश्वास और समर्पण की प्रतीक हैं। हर दिन दूर-दराज से लोग यहां पहुंचते हैं, पर सुविधाओं के अभाव ने इस पवित्र स्थल की चमक फीकी कर दी है। परिसर में शौचालय, शेड, रेलिंग और रोशनी जैसी मूलभूत व्यवस्थाएं नहीं हैं। हिन्दुस्तान के बोले रामगढ़ अभियान में ग्रामीणों ने प्रशासन से मंदिर के समग्र विकास की मांग की। जिले के कांकेबार गांव की ऊंची पहाड़ी पर स्थित महामाया मायाटुंगरी मंदिर आज भी आस्था और विश्वास का जीवंत प्रतीक है। समुद्र तल स...