कोडरमा, नवम्बर 29 -- गोला। प्रखंड में करोड़ों रुपये खर्च कर बनी जलमीनारें आज प्यास बुझाने के बजाय लोगों की पीड़ा बढ़ा रही हैं। सोसोकलां, मगनपुर, सरगडीह, रकुवा और साड़म समेत कई गांवों में महीने में महज एक-दो दिन ही सप्लाई का पानी नसीब होता है। हिन्दुस्तान की बोले रामगढ़ टीम से ग्रामीणों ने बताया कि बीते एक साल से पीएचईडी विभाग बस औपचारिक सप्लाई दे रहा है, वो भी महीने में दो बार। बार-बार शिकायतों के बावजूद अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर पलट जाते हैं, जबकि ग्रामीण आज भी कुएं और चापाकल के प्रदूषित पानी को मजबूरी में पी रहे हैं। गोला। गोला प्रखंड के दर्जन भर गांवों में 15 करोड़ से अधिक की लगात से बने जलमीनारों से अनियमित पेयजलापूर्ति से दर्जनों गांव टोला के सैकड़ों परिवार आज भी प्यास से जूझ रहे हैं। सरकार की महत्वकांक्षी नल जल योजना से प्रत्येक घर...