रामगढ़, जून 27 -- रामगढ़। झारखंड में कई ऐतिहासिक स्थल आज भी उपेक्षा का शिकार हैं। रामगढ़ शहर से दो किलोमीटर दूर, दामोदर नदी के किनारे और पहाड़ियों के बीच स्थित राजागढ़ किला भी उन्हीं में एक है। कभी राजा की शान रहा यह किला अब खंडहर में बदल चुका है, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए यह आस्था और गौरव का प्रतीक है। यहां आज भी गढ़ बाबा की पूजा होती है। यह सिर्फ एक पुरानी इमारत नहीं, बल्कि रामगढ़ के स्वर्णिम इतिहास और झारखंड की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक है। बोले रामगढ़ की टीम से यहां के लोगों ने इसके संरक्षण को जरूरी बताया। कहा जाता है की राजागढ़ के किले का निर्माण 1640 ईसवीं के आसपास किया गया था। बड़े-बड़े चट्टान के टुकड़ों को जोड़कर बनाया गया रामगढ़ का यह किला आज जिला प्रशासन और सरकार के उपेक्षा के कारण बाहरी दुनिया की चकाचौंध से भले ही ओझल है। पर स...