रांची, नवम्बर 5 -- रांची, संवाददाता। राजधानी के चुटिया स्थित स्वर्णरेखा और हरमू नदी के संगम स्थल पर स्थित श्रीश्री प्राचीन इक्कीसो महादेव धाम आज अपनी पहचान और पवित्रता दोनों खोने के कगार पर है। हिन्दुस्तान के बोले रांची में स्थानीय और पूजा समिति के लोगों ने कहा कि पत्थरों पर खुद से उकरे शिवलिंग नागवंशी आस्था की ऐतिहासिकता की गवाही देती है। स्थानियों ने बताया कि यह धाम लगभग 500 वर्ष पुराना है और नागवंशी शासन काल में इसका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक था। कार्तिक पूर्णिमा के दिन यहां लाखों श्रद्धालु स्नान और पूजा के लिए आते हैं। श्रद्धालु दूर-दूर से यहां आकर भगवान इक्कीसो महादेव के दर्शन करते हैं। पहले यहां का वातावरण अत्यंत स्वच्छ और निर्मल था। नदी का पानी इतना साफ था कि ग्रामीण और स्थानीय लोग इसे पीने योग्य मानते थे। लेकिन, बीते दो ...