रांची, मार्च 5 -- रांची, संवाददाता। झारखंड की 79 हजार से अधिक रसोइया और 39 हजार से अधिक संयोजिका अपने न्यूनतम वेतनमान से लेकर स्थायीकरण को लेकर आंदोलनरत है। उनका कहना है कि उन्हें प्रतिदिन 66.66 रुपये मिलते हैं और वे सुबह 9 बजे से कम से कम दोपहर 3 बजे तक काम करती हैं। साथ ही उन्हें कोई अवकाश नहीं दिया जाता है। छह घंटे से अधिक समय तक प्रतिदिन काम करने के बावजूद उनका वेतन मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना की राशि सेकम है। उनका कहना है की वे भी मंईयां ही है, उन पर भी ध्यान दे सरकार। झारखंड के 35493 विद्यालयों में मीड डे मिल योजना चलाई जा रही है। जिसके लिए 79286 रसोइया काम कर रही हैं। इनमें प्राथमिक विद्यालयों में 56101 और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में 23185 रसोईया कार्यरत हैं। वर्तमान में इन सभी रसोइया को पीएम पोषण (मध्याह्न भोजन) योजना के तहत ...