रांची, अप्रैल 26 -- रांची, हिटी। दिव्यांगजनों को सरकार से शिकायत है कि उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है। चुनावी वादे किए गए, लेकिन फिर उसे भुला दिया गया। इतना ही नहीं, जो योजानाएं संचालित हैं, उनका भी ठीक तरीके से क्रियान्वयन नहीं हो पा रहा है। उन्हें बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हो पाती हैं। दव्यिांगजनों का कहना है कि 21 प्रकार के दव्यिांगों की श्रेणी में एक अस्थव्यिंग या गति विषयक दव्यिांगता श्रेणी है। जन्मजात दव्यिांग या पोलियो दव्यिांग को दुर्घटना से दव्यिांग या लकवा से दव्यिांग होनेवालों से पहले प्राथमिकता दी जानी चाहिए। झारखंड दव्यिांगजन आंदोलन संघ के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौहान कहते हैं कि जो जन्मजात दव्यिांग हैं, उनकी शक्षिा-दीक्षा सही तरीके से नहीं हो पाती है। तमाम चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन इसी कैटेगरी में दु...