रांची, नवम्बर 19 -- रांची, संवाददाता। एथलेटिक्स, तीरंदाजी, कराटे, बैडमिंटन, फुटबॉल, रेसलिंग सहित दर्जनों खेलों में झारखंड के खिलाड़ी अपनी प्रतिभा का लोहा राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मंच पर मनवा रहे हैं। ये वो खिलाड़ी हैं, जिन्होंने खुद को अपनी मेहनत और हिम्मत से पछाड़ दिया है, लेकिन वे सरकारी सुविधाओं के अभाव में फिर निराशा के अंधकार में खो जा रहे हैं। हिन्दुस्तान के बोले रांची कार्यक्रम में खिलाड़ियों ने कहा कि हमारा दर्द है कि सरकार न तो विशेष खेल बजट का प्रावधान करती है और न अभ्यास और न खेल उपकरण की सुविधा मुहैया करा पाती है। यहां तक कि सामान्य खिलाड़ियों की तरह कैश अवॉर्ड और छात्रवृत्ति जैसी योजनाओं से भी ये वंचित हैं। खिलाड़ियों ने कहा कि नियमों की जटिलता ऐसी है कि कोई चाहकर भी सरकार के स्टेडियमों की सुविधा का लाभ नहीं उठा सकता है। आय...