रांची, सितम्बर 7 -- रांची, संवाददाता। शहर में चलाए जा रहे अतिक्रमण हटाओ अभियान से फुटपाथ पर छोटी दुकान लगाने वाले दुकानदारों की रोजी-रोटी पर संकट मंडरा गया है। हिन्दुस्तान के 'बोले रांची कार्यक्रम में शनिवार को झारखंड हॉकर अलायंस के बैनर तले शामिल हुए फुटपाथ विक्रेताओं ने कहा कि स्ट्रीट वेंडर्स केवल फुटपाथ पर दुकान लगाने वाले नहीं हैं, बल्कि शहरी जीवन और अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। संसद में 2014 में कानून बना इनके अधिकारों को मान्यता दी गई, लेकिन जमीनी हकीकत अलग है। रांची में आज भी पथ विक्रेताओं को बिना नोटिस बेदखली, जब्ती और उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है। कहा, कई बार बिना किसी पूर्व सूचना के उनकी दुकानें हटाई गईं, जिससे वे परिवार का पेट पालने को लेकर परेशान हैं। झारखंड के शहरों की गलियों, नुक्कड़ों और बाजारों में हजारों स्ट्रीट वेंडर्स र...