रांची, मार्च 2 -- रांची, वरीय संवाददाता। अनुसूचित जाति (एससी) में होने के बाद भी पासवान समाज इस श्रेणी का लाभ लेने के लिए जद्दोजहद कर रहा है। पासवान कल्याण समिति की मानें तो राज्य में करीब 20 लाख लोग रहते हैं। रांची जिले में ही एक लाख आबादी है। सदियों से रहने के बाद भी कइयों को खतियानी रैयत का दर्जा नहीं मिल रहा। इनके परिवारों के युवा आज भी बेरोजगारी का दंश झेल रहे हैं। कोकर में बहुत से परिवार कच्चे घरों में रह रहे हैं। बारिश में घर गिरने से इन्हें आर्थिक नुकसान के साथ कई मानसिक तनाव भी सहना पड़ता है। रांची में बड़ी संख्या में पासवान समाज के लोग रहते है। कोकर और आसपास के इलाकों में तो इनकी घनी आबादी सदियों से रह रही है। करीब 300 साल से अधिक समय से रहने के बाद भी यहां के पासवान समाज को अनुसूचित जाति (एससी) की कोई सुविधा नहीं मिल रही। समाज के...
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