रांची, नवम्बर 23 -- रांची, संवाददाता। रांची जिले में लाल ईंट (चिमनी ईंट) उद्योग आज संकट से गुजर रहा है। कभी तेजी से फलता-फूलता यह कारोबार अब लगातार गिरती मांग, बढ़ती लागत और जटिल सरकारी प्रक्रियाओं के कारण चरमरा रहा है। जिले के 200 से अधिक ईंट भट्ठों से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से 50 हजार से अधिक लोगों की रोजी-रोटी जुड़ी है, लेकिन उद्योग धीमी गति से बंद होने की कगार पर पहुंच चुका है। परिवहन व्यवसाय, मजदूर, कारीगर और सप्लाई चेन पर निर्भर हजारों परिवार चिंतित हैं। रांची जिले में ईंट भट्ठा उद्योग से जुड़े कारोबारी इन दिनों संकट में हैं। कभी लाल ईंट की तेज मांग और लगातार बढ़ते निर्माण कार्यों के कारण यह कारोबार तेजी से फल-फूल रहा था, लेकिन पिछले कुछ सालों में स्थिति पूरी तरह बदल गई है। जिले में करीब 200 से अधिक ईंट भट्ठे संचालित होते हैं और...