रांची, मई 21 -- रांची,संवाददाता। मालाकारा समाज के लोग कई सामाजिक और आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। मंगलवार को हिन्दुस्तान के 'बोले रांची कार्यक्रम में शामिल हुए लोगों ने कहा कि उनका मुख्य पेशा शादी-विवाह, पूजा एवं अन्य उत्सव में फूल, माला की सज्जा के अलावा पूजा के आयोजनों में लगने वाला झालर-फूल माला आदि बनाकर बिक्री करना है। इधर, पारंपरिक व्यवसायों में गिरावट और आधुनिक तकनीक के आने से समाज के सदस्यों के लिए रोजगार के अवसर कम हो गए हैं। हालांकि, समाज का एक बड़ा वर्ग मुख्य पेशा फूल की खेती करने और बेचने में लगा हुआ है। कहा, सरकार फूलों की खेती करने में मदद कर रही है, लेकिन उसे बेचने के लिए रांची में कहीं पर भी बाजार की व्यवस्था नहीं है। कहा, जिस प्रकार फुटपाथ और सब्जी दुकानदारों के लिए मार्केट का निर्माण कराया गया, उसी प्रकार फूल बेच...