मैनपुरी, दिसम्बर 24 -- मैनपुरी जनपद के बेवर ब्लॉक की ग्राम पंचायत गढ़िया छिनखौरा आज विकास और अव्यवस्थाओं के बीच जूझती एक ऐसी तस्वीर पेश कर रही है, जहां योजनाएं कागजों पर पूरी दिखती हैं, लेकिन जमीन पर अधूरी सांसें ले रही हैं। लगभग 7000 की आबादी वाली इस पंचायत में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं के अभाव में रोजमर्रा का जीवन कठिन बना चुके हैं। कभी उम्मीद की किरण बनी योजनाएं अब परेशानी का कारण बन गई हैं। लाखों की लागत से बनी सड़कें खोद दी गईं, पर उन्हें फिर से दुरुस्त नहीं किया गया। पानी की टंकी खड़ी तो है, लेकिन उससे पानी नहीं उतर पाया। अंधेरे में डूबी गलियां, बदहाल रास्ते, अधूरी व्यवस्थाएं और सीमित संसाधन ग्रामीणों के धैर्य की परीक्षा ले रहे हैं। हिन्दुस्तान के बोले मैनपुरी संवाद में पंचायत के ग्रामीणों का कहना है कि अगर योजनाएं समय से पूरी नहीं हो...