मैनपुरी, जुलाई 8 -- ग्राम पंचायत अजीतगंज की सूरत आज भी विकास की दौड़ में पिछड़ी हुई नजर आती है। तीन हजार की आबादी वाले इस गांव में 1810 मतदाताओं ने हर बार उम्मीद के साथ सरकार को चुना, लेकिन जमीनी हकीकत यह है कि योजनाएं तो घोषित हो गईं, पर उनके क्रियान्वयन के लिए बजट नहीं मिला। परिणामस्वरूप गांव कई मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। जलनिकासी, पेयजल, सड़क, सफाई और अंतिम संस्कार जैसी आवश्यकताओं को लेकर आज भी ग्रामीण संघर्ष कर रहे हैं। गांव के लोगों की आवाज है कि प्रधान की ईमानदार कोशिशें बजट की दीवार में अटक कर रह गई हैं। जो कार्य आरंभ हुए, वे अधूरे हैं, और जो जरूरी हैं, उनकी अनदेखी हो रही है। जागीर की ग्राम पंचायत अजीतगंज आज भी कई समस्याओं से जूझ रही है। जल निगम द्वारा मशीन से डाली गई वाटर लाइन ने पूरे गांव की सड़कों को तहस-नहस कर दिया है। कार्य समाप...
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