मैनपुरी, फरवरी 24 -- कोई 11 साल से काम कर रहा है तो किसी को काम करते हुए 28 साल हो गए। मगर अफसोस हाड़तोड़ मेहनत करने के बाद भी अफसरों की निगाह नहीं पड़ रही। वन विभाग के यह श्रमिक लगातार अभावों और शोषण की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं। कर्मचारियों ने कई बार धरना प्रदर्शन किया। अफसरों के जरिए सरकार तक अपनी बात पहुंचाई। लेकिन उनकी समस्याओं का निराकरण नहीं किया गया। स्थायीकरण और राज्य कर्मचारी का दर्जा देने की मांग कर रहे वन विभाग के श्रमिकों ने हिन्दुस्तान के साथ बोले मैनपुरी संवाद में अपनी बात रखी तो इनका दर्द छलक पड़ा। इन्होंने सरकार से मांग की कि उन्हें भी उनकी मेहनत के अनुसार वेतन दिया जाए। जनपद में हर साल 30 से 35 लाख नए पौधों का रोपण होता है। इन पौधों को तैयार करने की जिम्मेदारी वन विभाग में कार्यरत श्रमिकों की है। इन श्रमिकों की एक बड़ी संख्या ...