मैनपुरी, फरवरी 28 -- लोगों के जीवन में अंधेरे को मिटाकर रोशनी करने वाले जूनियर इंजीनियर, टीजीटू का भविष्य आज अंधेरे में है। बिजली व्यवस्था को सुदृढ़ और सुचारू रखने में जूनियर इंजीनियर और टीजीटू की अहम भूमिका है, लेकिन इनकी भी अपनी समस्याएं हैं बिना संसाधन के दिन-रात कार्य करने पड़ रहे ऊपर से सरकार ने अब निजीकरण की ओर रुख कर लिया है, जिससे यह कर्मचारी बिल्कुल ही टूट गए हैं। बोले मैनपुरी हिन्दुस्तान संवाद के तहत जूनियर इंजीनियरों ने कहा कि निजीकरण किसी समस्या का हल नहीं है। इससे व्यवस्थाएं बिगड़ेंगी, आम जनमानस पर बिल का बोझ बढ़ेगा। साथ ही बेरोजगारी की समस्या बढ़ जाएगी। निजीकरण रोका जाए। कहीं बड़ा फाल्ट हो या फिर केबल बस्ट हो गई हो, समस्या कोई भी हो सबसे पहले जूनियर इंजीनियर मौके पर पहुंचते हैं। रात हो या दिन लोगों को उजाला देने के लिए मौके पर दौड़...