मैनपुरी, मार्च 23 -- स्थानीय गल्ला, फल और सब्जी कारोबार के लिए विकसित की गई कुरावली की नवीन उपकृषि मंडी अव्यवस्थाओं का शिकार है। इस मंडी की स्थापना के पीछे स्थानीय कारोबार, किसानों को आर्थिक बढ़ावा देने का मकसद था, लेकिन प्रशासनिक अनदेखी और संसाधनों की कमी के चलते इस मंडी में कारोबार बढ़ने के स्थान पर लगातार घट रहा है। यहां सुविधा कारोबार की नहीं है। मंडी में बनाई गई सड़कें क्षतिग्रस्त हो चुकी है। 600 से ज्यादा आढ़ती पंजीकृत हैं, लेकिन कारोबारियों के लिए विशेष इंतजाम नहीं किए गए हैं। हिन्दुस्तान के बोले मैनपुरी संवाद में कारोबारी और किसानों ने अपने विचार रखे। कुरावली स्थित उप कृषि मंडी में 600 आढ़ती लाइसेंस लेकर कारोबार कर रहे हैं। 30 बी ग्रेड तथा 100 सी ग्रेड की दुकान भी बनी हुई है। लेकिन मंडी में कारोबार से जुड़ी आवश्यकताओं की बड़ी कमी है। गर्...