मेरठ, अप्रैल 10 -- नर्स, यह केवल एक नौकरी नहीं है, बल्कि सेवा, समर्पण और करुणा का भाव है। जब कोई मरीज अस्पताल के बिस्तर पर होता है, तो डॉक्टर की विशेषज्ञता और इलाज जितना महत्वपूर्ण होता है, उतना ही आवश्यक नर्सों का स्पर्श, उनकी देखभाल और उनका धैर्य भी होता है। राजकीय अस्पतालों में तैनात नर्सेज कई तरह की समस्याएं झेल रही हैं। उन्हें काम के दौरान सुरक्षा के साथ ही केजीएमयू और एसजीपीजीआई जैसी सुविधाएं, पुरानी पेंशन और स्थायी नियुक्ति की दरकार है। ब पूरा देश कोरोना महामारी के दौरान लॉकडाउन में था, तब नर्सिंग स्टाफ अपने परिवार को छोड़कर अस्पतालों में मरीजों की सेवा में तैनात था। मास्क और पीपीई किट के भीतर घंटों तक बिना पानी पिए, बिना आराम किए वे सेवा में जुटे रहे। कई नर्सों ने अपनी जान की परवाह किए बिना मानवता को बचाने की भरपूर कोशिश की। इस आत...